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vastu book (Hindi)

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Chapter 1: Introduction to Vastu Shastra

वा�तु शा�� �या है?

वा�तु शा�� एक �ाचीन भारतीय �व�ान है, जो हम� �सखाता है

�क घर� और भवन� को कै से इस तरह से �डज़ाइन और �न�म�त

�कया जाए �जससे शां�त, खुशी और समृ�� �ा�त हो। "वा�तु"

का अथ� है "आवास" या "घर," और "शा��" का अथ� है

"�व�ान"। तो, वा�तु शा�� वह �व�ान है जो �कृ �त के साथ

सामंज�यपूण� �ान� का �नमा�ण करता है।

वा�तु के �दशा-�नद�श� का पालन करके , आप अपने घर म� ऊजा� का संतुलन बना सकते ह�, �जससे सकारा�मक ऊजा� �वतं� �प से

�वा�हत हो सके । यह आपके �वा�य, संबंध� और �व� म� सुधार ला सकता है।

इ�तहास और मह�व

वा�तु शा�� हजार� साल पुराना है और यह �ाचीन भारत क� वे�दक परंपरा� से आया है। इसका उपयोग राजा� और आ�क�टे�ट� �ारा

महल�, मं�दर� और शहर� को इस तरह से �डज़ाइन करने के �लए �कया गया था �क यह �कृ �त क� श��य� के साथ संतु�लत हो। आज भी,

लोग अपने घर� म� सकारा�मक ऊजा� लाने के �लए वा�तु का पालन करते ह�।

सरल श�द� म�, वा�तु एक ऐसा �ान बनाने म� मदद करता है जहाँ वायु, जल, अ��न, और पृ�वी जैसे �ाकृ �तक त�व� का संतुलन होता है,

�जससे एक शांत और सुखी जीवन जीना संभव होता है।

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